Saturday, March 18, 2017

संतवाणी स्वामीजी श्रीरामसुखदासजी महाराज

 


मृत्युकालकी सब सामग्री तैयार है । कफन भी तैयार है, नया नहीं बनाना पड़ेगा । उठानेवाले आदमी भी तैयार हैं, नये नहीं जन्मेंगे । जलानेकी जगह भी तैयार है, नयी नहीं लेनी पड़ेगी । जलानेके लिये लकड़ी भी तैयार है, नये वृक्ष नहीं लगाने पड़ेंगे । केवल श्वास बन्द होनेकी देर है । श्वास बन्द होते ही यह सब सामग्री जुट जायगी , फिर निश्रिन्त कैसे बैठे हो?

।। श्रीहरिः ।।

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