१९४७ में भारत का विभाजन हुआ, और पाकिस्तानी सरकार ने हिंदु ईसाई और सिक्खों अर्थात माइनॉरिटी या अल्पसंख्यकों का दोहरा वोटिंग अधिकार समाप्त कर दिया अर्थात पाकिस्तानी अल्पसंख्यक अर्थात हिन्दू केवल बहुसंख्यक अथवा मुस्लिम उम्मीदवार को ही वोट कर सकता है। ताकि भविष्य में कोई भी राजनीतिक दल उनके अर्थात अल्पसंख्यक वोटों के लालच में न पड जाऐं ? और इसके ठीक विपरीत हमारे भारत वर्ष में अल्पसंख्यक वोटिंग अधिकार जारी रहा एवं इनकी जनसँख्या वृद्धि दर भी सुरसा के मुख की तरह बेतहासा बढ़ती रही जिसका परिणाम आज हमारे सामने है ।
जिस दर से अल्पसंख्यंकों की जनसंख्या बढ़ रही है ,वो दिन दूर नही जब भारत के राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रीय गीत को बदलने की मांग उठना शुरू हो जाऐगी, जैसा की कश्मीर , केरल और बंगाल में हो रहा है। यहाँ यह कहने के आवश्यकता नहीं है कि सिर्फ वोटों के लालच में कुछ हिंदु नेता, अल्पसंख्यकों के तलवे चाट रहे हैं, आज यदि अल्पसंख्यकों का वोटिंग अधिकार समाप्त हो जाए तो, कल यही स्वघोषित सेक्युलर नेता गले में भगवा डालकर कट्टर हिंदु बन जाएंगें।
१९५१ से २०११ के बीच मूल भारतीय धर्मों से संबंध रखने वाले लोगों की जनसंख्या ८८ प्रतिशत से घटकर ८३.५ प्रतिशत रह गई है जबकि मुस्लिम आबादी ९.८ फ़ीसदी से बढ़कर १४.२३ प्रतिशत हो गई है।
सीमावर्ती राज्यों असम, पश्चिम बंगाल और बिहार में मुसलमानों की आबादी बढ़ने की दर राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है जो इस बात का संकेत है कि बांग्लादेश की तरफ से घुसपैठ जारी है। पूर्वोत्तर राज्यों में जनसंख्या का ”धार्मिक असंतुलन” गंभीर है।१९५१ में अरुणाचल प्रदेश में भारतीय मूल के लोग ९९.२१ प्रतिशत थे किन्तु २०११ में उनकी जनसँख्या घटकर ६७ प्रतिशत रह गई। केंद्र सरकार से आग्रह है कि वह देश में संसाधनों की उपलब्धता, भविष्य की जरूरतों और ‘जनांकिकीय असंतुलन की समस्या’ को देखते हुए राष्ट्रीय जनसंख्या नीति फिर से तैयार करे और कडा कानून बनाये ।
यदि देश को बचाना है तो तुरंत प्रभाव से कड़ा एवं प्रभावी जनसँख्या नियंत्रण कानून बनाना चाहिए, यदि कोई भी बहुसंख्यक अथवा अल्पसंख्यक इस कानून का उल्लंघन करे तो उसकी समस्त सरकारी सुविधाएं बंद करके उसका वोटिंग का अधिकार भी समाप्त कर देना चाहिए, और सजा का भी प्रावधान हो।
किन्तु पाकिस्तान परस्त घटिया नेताओं के भारत में रहते हुए क्या ये संभव हो पायेगा ? यह एक बहुत ही बड़ा प्रश्न है।
जय भारत वन्दे मातरम
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