बुधवार, ०४ अक्टूबर, २०१७ का पंचांग व शुभ मुहूर्त, भारतीय समयानुसार
सूर्योदय: ०६:१५, सूर्यास्त: १८:०३, चन्द्रोदय: १७:२३, चन्द्रास्त: २९:३३, सूर्य राशि: कन्या, चन्द्र राशि: कुम्भ - १५:४६ तक, सूर्य नक्षत्र: हस्त, वैदिक अयन: दक्षिणायण, वैदिक ऋतु: शरद
हिंदी ,दिनांक,तिथि और वर्ष
युगाब्द: ५११९, शक सम्वत: १९३९, हेमलम्बी, विक्रम सम्वत: २०७४ साधारण,
गुजराती सम्वत: २०७३, मास: आश्विन, पक्ष: शुक्ल पक्ष, तिथि:चतुर्दशी - २५:४७ तक
नक्षत्र, योग तथा करण
नक्षत्र: पूर्व भाद्रपद - २१:४० तक, योग: गण्ड - ०९:१५ तक
प्रथम करण: गर - १४:२३ तक, द्वितीय करण: वणिज - २५:४७+ तक
शुभ समय
अभिजीत मुहूर्त: कोई नहीं, अमृत काल: १३:४४ - १५:१९
आनन्दादि योग: पद्म - २१:४० तक, सिद्ध - २१:४० तक
अशुभ समय
दूमुहूर्त: ११:४६ - १२:३२, वर्ज्य: कोई नहीं, राहुकाल : १२:०९ - १३:३७, गुलिक काल: १०:४१ - १२:०९
यमगण्ड: ०७:४६ - ०९:१४
दिशा शूल:
उत्तर में
सूर्योदय: ०६:१५, सूर्यास्त: १८:०३, चन्द्रोदय: १७:२३, चन्द्रास्त: २९:३३, सूर्य राशि: कन्या, चन्द्र राशि: कुम्भ - १५:४६ तक, सूर्य नक्षत्र: हस्त, वैदिक अयन: दक्षिणायण, वैदिक ऋतु: शरद
हिंदी ,दिनांक,तिथि और वर्ष
युगाब्द: ५११९, शक सम्वत: १९३९, हेमलम्बी, विक्रम सम्वत: २०७४ साधारण,
गुजराती सम्वत: २०७३, मास: आश्विन, पक्ष: शुक्ल पक्ष, तिथि:चतुर्दशी - २५:४७ तक
नक्षत्र, योग तथा करण
नक्षत्र: पूर्व भाद्रपद - २१:४० तक, योग: गण्ड - ०९:१५ तक
प्रथम करण: गर - १४:२३ तक, द्वितीय करण: वणिज - २५:४७+ तक
शुभ समय
अभिजीत मुहूर्त: कोई नहीं, अमृत काल: १३:४४ - १५:१९
आनन्दादि योग: पद्म - २१:४० तक, सिद्ध - २१:४० तक
अशुभ समय
दूमुहूर्त: ११:४६ - १२:३२, वर्ज्य: कोई नहीं, राहुकाल : १२:०९ - १३:३७, गुलिक काल: १०:४१ - १२:०९
यमगण्ड: ०७:४६ - ०९:१४
दिशा शूल:
उत्तर में
No comments:
Write comments