हमारी आत्मा अब तक कई जन्मों की यात्रा कर चुकी है और कई अलग-अलग आत्माओं के साथ, परिवारों के साथ, दोस्तों के साथ,रिश्तेदारों के साथ रह चुकी है जिन्हें हम इस जन्म में नहीं जानते, जो वास्तव में हमारे साथ नहीं रहते। कुछ लोगों ने हमें भावनात्मक, शारीरिक या आध्यात्मिक रूप से बहुत नुकसान पहुंचाया,बहुत कुछ कहा और बहुत कुछ हमारे साथ किया ।
वस्तुतः हम सभी समान हैं और केवल एक ही समूह से संबंधित हैं जो आत्मा कहलाता है ।
हम सभी ने अलग-अलग जन्मों में एक साथ यात्रा की है और एक दूसरे के साथ विभिन्न संबंध साझा किए हैं जैसे कि,
माता-पिता
पति-पत्नी
चाचा-चाची
भाई-बहन
दोस्त-पडौसी
नौकर-मालिक और
यहां तक कि तथाकथित शत्रु भी
प्रत्येक व्यक्ति एक आत्मा है जो एक दूसरे को हर कदम पर आध्यात्मिक रूप से आगे बढ़ाने में मदद करता है और कार्मिक बोझ को कम करता है।
कभी-कभी आत्मा जो हमें सबसे ज्यादा प्यार करती है, वह अगले जन्म में एक दुश्मन या पीड़ित के रूप में जन्म ले सकता है, सिर्फ हमें अपने कर्म को करने में, मदद करने के लिए। इस प्रकार, एक व्यक्ति, जिसे हम मानते हैं कि वह हमसे नफरत करता हैं और हम भी बदले में नफरत करने लग जाते हैं, वह व्यक्ति आध्यात्मिक रूप से हमारा सबसे बड़ा शुभचिंतक हो सकता हैं।
हर वह व्यक्ति जो हमारे जीवन को बदतर बनाता हुआ प्रतीत होता है, हो सकता है वह हमें आध्यात्म के करीब जाने में हमारी मदद कर रहा हो । कई बार ऐसा होता है की एक आत्मा का पुनर्जन्म केवल इसलिए होता ही कि, वह हमारे हर काम को आसान बनाये और हर मुश्किल समय में हमारे साथ रहे |
तो, अब आप ही बताइये की हमारे दोस्त कौन हैं, और कौन हमारा दुश्मन है? दुनिया का हर व्यक्ति "आत्मा-परिवार" का हिस्सा हैं जो हमारी मदद करना चाहते हैं और बदले में हमसे भी सहायता चाहते हैं। कभी कभी एक अवसर एक आपदा के रूप में आता है। कभी-कभी, आध्यात्मिक और जीवन में बढ़ने का एकमात्र तरीका दर्द, दुःख और अशांति के माध्यम से होता है ।
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