किसी भी राष्ट्र की भाषा और भूषा ही उसकी संस्कृति का परिचायक होता है। जैसा की विदित है भारत देश को विश्वगुरु बनाने में इन दोनों ही घटकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। किन्तु सदियों तक विदेशी आक्रांताओं पहले मुगलों ने और उसके पश्चात अंग्रेजों ने हमारी सांस्कृतिक विरासत को नष्ट करने के लिए यहाँ की भाषा और भूषा दोनों को ही विकृत कर दिया। आज वैदिक भारत आपको उर्दू भाषा के वो प्रचलित शब्द तालिका बद्ध कर रहा है जो आप प्रतिदिन प्रयोग करते हैं, इन विदेशी शब्दों को त्याग कर मातृभाषा हिंदी का प्रयोग करें, तथा अपने मित्रों परिवार वालों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें, ऐसा हमारा आग्रह है।
ईमानदार - निष्ठावान
इंतजार - प्रतिक्षा
इत्तेफाक - संयोग
सिर्फ - केवल
शहादत - बलिदान
शहीद - वीरगति
यकीन - विश्वास, भरोसा
इस्तकबाल - स्वागत
इस्तेमाल - उपयोग, प्रयोग
किताब - पुस्तक
मुल्क - देश
कर्ज - ऋण
तारीफ - प्रशंसा
इल्ज़ाम - आरोप
गुनाह - अपराध
शुक्रिया - धन्यवाद
सलाम - नमस्कार
मशहूर - प्रसिद्ध
अगर - यदि
ऐतराज - आपत्ति
सियासत - राजनीति
इंतकाम - प्रतिशोध
इज्जत - सम्मान
इलाका - क्षैत्र
एहसान - आभार, उपकार
अहसानफरामोश - कृतघ्न
मसला - समस्या
इश्तेहार - विज्ञापन
इम्तेहान - परीक्षा
कुबूल - स्वीकार
मजबूर - विवश, लाचार
मंजूरी - स्वीकृति
इंतकाल - मृत्यु
बेइज्जती - तिरस्कार
दस्तखत - हस्ताक्षर
हैरान - आश्चर्य
कोशिश - प्रयास, चेष्टा
किस्मत - भाग्य
फैसला - निर्णय
हक - अधिकार
मुमकिन - संभव
फर्ज - कर्तव्य
उम्र - आयु
साल - वर्ष
शर्म - लज्जा
सवाल - प्रश्न
जबाब - उत्तर
जिम्मेदार - उत्तरदायी
फतह - विजय
धोखा - छल/ कपट
काबिल - योग्य
करीब - समीप, निकट
जिंदगी - जीवन
हकीकत - सत्य
झूठ - मिथ्या
जल्दी - शीघ्र
इनाम - पुरस्कार
तोहफा - उपहार
इलाज - उपचार
हुक्म - आदेश
शक - संदेह
ख्वाब - स्वप्न
तब्दील - परिवर्तित
कसूर - दोष
बेकसूर - निर्दोष
कामयाब - सफल
गुलाम - दास
इसके अतिरिक्त भी हम प्रतिदिन अगणित उर्दू शब्दों का प्रयोग करते हैं, अतः उर्दू शब्दों को प्रयोग में लेने की आदत छोड़ें, और हिंदी भाषा को प्रयोग में ले और इसे निरंतर अभ्यास में लाएं और संस्कृति बचाएं।
वैदिक भारत
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