मुकेश अम्बानी का Jio का फ्री फोन और Make in India (वो सबकुछ जो आप जानना चाहते हैं) जिन्हें लग रहा है कि रिलायंस ने ये फ्री फ़ोन अचानक लांच कर दिया उन्हें दोबारा सोचने की ज़रूरत पड़ेगी इस लेख को पढ़ने के बाद ।
मोदी ने 3 साल पहले Make in India लांच किया, विदेश की 70+ मोबाइल कंपनियां भारत आयीं और अपनी फैक्टरियां लगाईं, जिस भारत देश मे मोबाइल का स्क्रीन गार्ड, कवर और टेम्पर्ड ग्लास तक नही बनता था वहां अब मोबाइल बनने शुरू हो गए।
फीचर्ड मोबाइल फ़ोन और बड़े बड़े ब्रांड्स के स्मार्ट फोन बनने शुरू हो गए (assemble नही manufacture) । अब इन विदेशी कंपनियों ने भारत मे Made in India हैंडसेट बेचने शुरू कर दिए जिसमे xiaomi, gionee, oppo, vivo आदि शामिल हैं । लेकिन मोदी का सपना तो कुछ और ही था, उन्हें तो कुछ और चाहिए था, मोदी को भारत की बादशाहत चाहिए थी विश्व बाजार में, तो जब सब ने अपनी अपनी फैक्ट्री लगा ली प्रोडक्शन चालू कर लिया, तब उन्हें विदेशों में माल बेचने के लिए प्रोत्साहित किया गया, टैक्स में छूट दी गयी, नतीजा ये हुआ कि xiaomi जैसी कंपनी Made in India हैंडसेट को US और Europe में बेचने लगी, बेच तो पहले भी रही थी पर तब चीन में बना हैंडसेट बेचा जा रहा था और अब भारत मे बना, यानी चीन का व्यापार छीन कर भारत ने ले लिया, और ऐसा एक चीनी कंपनी से भी करवा लिया, चीन की बौखलाहट की वजह यही है। चीन को साफ़ दिखाई दे रहा है कि आने वाला समय युवा भारत का है न की बूढ़े हो चुके चीन का।
चीन साफ़ साफ़ अनुभव कर रहा है कि यदि ऐसे ही चलता रहा और विदेशी कंपनियां जो अभी चीन से माल बनवा रही है वो Make In India में शामिल होती रही तो, आने वाले समय में भारत एक बहुत बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बन जाएगा। ये बात और है की भारत स्वयं विश्व की 17% आबादी का देश है, और भारत में बनने वाले माल को बेंचने के लिए कहीं भी जाने की आवश्यकता ही नहीं है , सारा माल यही. खप जाएगा।
चीन के लिए ऐसे विपरीत समय में एक और बुरी खबर कल आ गई जब कल रिलायंस जिओ का फ्री फ़ोन लांच हो गया। यानी अब ऐसी 70+ विदेशी कंपनियों की वाट लग गयी जो भारत में मोबाइल बना रही थी, अब वे क्या करेंगी? ज़ाहिर है हजारों करोड़ के इन्वेस्टमेंट के बाद ये कंपनियां बंद तो करेंगी नही क्योंकि बंद करने में पूरा पैसा डूब जाएगा।
अब इन कंपनियों के लिए भारत का बाजार तो खत्म हो गया, ऐसे में अब ये सभी कंपनियां एक्सपोर्ट पर दिमाग लगाएंगी, यानी सभी विदेशी कंपनियां अब मोबाइल बनाएंगी भारत मे और बेचेंगी विदेश में, यही तो मोदी का सपना था, यही सही मायने में Make in India है, जहां भारतीयों को काम मिले, माल भारत मे बने और विदेशों में बेचा जाए।
वैसे फ्री फ़ोन का कांसेप्ट Jio के साथ लांच होना था पर इसे एक साल तक रोके रखा गया, आप इतने समझदार है कि ये समझने की ज़रूरत नही कि क्यों रोका गया । जो लोग अडानी अम्बानी के लिए हर वक़्त गालियां देते है वो ही लोग सबसे पहले लाइन में लगे है मुफ्त के मोबाइल हेतु।
No comments:
Write comments