आज सुबह से पूरे देश का ध्यान हरियाणा के पंचकूला में केंद्रित है, मामला है डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर सीबीआई कोर्ट के फैसले के बाद उनके समर्थकों द्वारा किये जा रहे बवाल और हिंसा का। हरियाणा और तीन अन्य पड़ौसी राज्यों पंजाब,दिल्ली और उत्तरप्रदेश में जन जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो चुका है। अरबों रुपये की सरकारी और निजी सम्पत्ति को या तो तोड़ फोड़ करके अथवा आग के हवाले करके भारी नुकसान पहुंचाया गया है। समाचार लिखे जाने तक करीब १७ लोगों की मौत की पुष्टि न्यूज़ एजेंसियों द्वारा हुई है। पूरे हरियाणा और सीमा से लगे अन्य राज्यों के बड़े शहरों में धारा १४४ लगी होने के उपरांत भी डेरा सच्चा सौदा समर्थकों ने दुस्साहस का परिचय देते हुए राज्य की आर्थिक और सामाजिक व्यवस्था को अगवा कर के पूरे देश के सामने एक बहुत ही नकारात्मक उदाहरण पेश किया है।

वैसे तो डेरा सच्चा सौदा का मूल सिद्धांत इंसानियत का पाठ पढ़ाता है, किन्तु बाबा के समर्थकों ने सिद्धांतों के विपरीत जाकर पूरे देश की जनता को यह सन्देश दिया है कि कोर्ट का फैसला सही था। यदि डेरा सच्चा सौदा के समर्थक शालीनता का परिचय देकर कोर्ट के फैसले का सम्मान करते तो शायद देश के करोड़ों लोगों का समर्थन उन्हें मिल सकता था। किन्तु इसके विपरीत बाबा के समर्थकों ने बहुत ही हिंसक आचरण किया और देश की जनता के सामने गुंडे वाली छवि पेश की है।
पिछले 2 दिनों से हरियाणा प्रशासन, हाई कोर्ट और स्वयं डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने समर्थकों से बार बार अपील की है की क़ानून व्यवस्था का सम्मान करते हुए शांति बांये रखें, किन्तु वही हुआ जिसका डर था। लगभग 15 लाख समर्थकों ने पूरे देश के सामने डेरा सच्चा सौदा को एक धार्मिक संगठन की बहुत ही नकारात्मक छवि पेश करते हुए, देश का अरबों रुपैया आग के हवाले कर दिया।बाबा के समर्थकों ने मीडिया को भी नहीं छोड़ा और OB Van को आग के हवाले कर दिया। सरकारी कार्यालयों में आग लगा दी , रेलवे स्टेशनों को भी आग के हवाले कर दिया, बसें जला दी, कारें जला दी और तो और देश की प्रतिष्ठित सेना से भी सामना किया और विद्रोह पर उतारू हो गए।

वैदिक भारत एक जिम्मेदार राष्ट्रवादी पोर्टल होने के नाते डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों से कुछ सवाल करना चाहता है।

वैसे तो डेरा सच्चा सौदा का मूल सिद्धांत इंसानियत का पाठ पढ़ाता है, किन्तु बाबा के समर्थकों ने सिद्धांतों के विपरीत जाकर पूरे देश की जनता को यह सन्देश दिया है कि कोर्ट का फैसला सही था। यदि डेरा सच्चा सौदा के समर्थक शालीनता का परिचय देकर कोर्ट के फैसले का सम्मान करते तो शायद देश के करोड़ों लोगों का समर्थन उन्हें मिल सकता था। किन्तु इसके विपरीत बाबा के समर्थकों ने बहुत ही हिंसक आचरण किया और देश की जनता के सामने गुंडे वाली छवि पेश की है।
पिछले 2 दिनों से हरियाणा प्रशासन, हाई कोर्ट और स्वयं डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने समर्थकों से बार बार अपील की है की क़ानून व्यवस्था का सम्मान करते हुए शांति बांये रखें, किन्तु वही हुआ जिसका डर था। लगभग 15 लाख समर्थकों ने पूरे देश के सामने डेरा सच्चा सौदा को एक धार्मिक संगठन की बहुत ही नकारात्मक छवि पेश करते हुए, देश का अरबों रुपैया आग के हवाले कर दिया।बाबा के समर्थकों ने मीडिया को भी नहीं छोड़ा और OB Van को आग के हवाले कर दिया। सरकारी कार्यालयों में आग लगा दी , रेलवे स्टेशनों को भी आग के हवाले कर दिया, बसें जला दी, कारें जला दी और तो और देश की प्रतिष्ठित सेना से भी सामना किया और विद्रोह पर उतारू हो गए।

वैदिक भारत एक जिम्मेदार राष्ट्रवादी पोर्टल होने के नाते डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों से कुछ सवाल करना चाहता है।
- क्या देश के एक बड़े धार्मिक संगठन का, समाज के लिए यही दायित्व बनता है?
- क्या देश में न्यायपालिका द्वारा किये गए निर्णय का विरोध करने का यही तरीका है?
- राष्ट्र भक्ति बड़ी है या अंधभक्ति ?
- देश की संपत्ति देश के प्रत्येक नागरिक के पसीने की गाढ़ी कमाई से चुकाए गए टैक्स से बनती है
इस संपत्ति को जलाने का अधिकार डेरा सच्चा सौदा के समर्थकों को किसने दिया ? - इस हिंसा में जो लोग मारे गए है उनकी
नैतिक जिम्मेदारी लेकर मृतकों के परिवार को आजीवन
सहारा व जीवन यापन भत्ता, क्या डेरा सच्चा सौदा देगा ?
वैदिक भारत की एक अपील
सभी डेरा सच्चा सौदा समर्थकों से अपील है की बाबा का समर्थन करो, किन्तु शान्तिपूर्ण तरीके से। यदि बाबा निर्दोष है तो सुप्रीम कोर्ट में आगे की कानूनी लड़ाई लड़ी जा सकती है , सीबीआई कोर्ट देश की आखिरी अदालत नहीं है। इस केस में आज बाबा पर बलात्कार का आरोप तय हुआ है, और यदि आप इस से सहमत नहीं है तो पूरा देश आपकी धार्मिक भावनाओं का सम्मान करता है, किन्तु यदि आप देश की संपत्ति को हानि पहुंचाओगे तो आप बाबा राम रहीम की प्रतिष्ठा को और गर्त में डालने का काम कर रहे हो, और हो सकता है कल पूरा देश आपके विरुद्ध हो जाये।
अतः आप इंसां हो तो इंसान जैसा आचरण करो, यदि बाबा के साथ अन्याय हुआ है तो न्याय भी अपने आप मिल जायेगा
सभी डेरा सच्चा सौदा समर्थकों से अपील है की बाबा का समर्थन करो, किन्तु शान्तिपूर्ण तरीके से। यदि बाबा निर्दोष है तो सुप्रीम कोर्ट में आगे की कानूनी लड़ाई लड़ी जा सकती है , सीबीआई कोर्ट देश की आखिरी अदालत नहीं है। इस केस में आज बाबा पर बलात्कार का आरोप तय हुआ है, और यदि आप इस से सहमत नहीं है तो पूरा देश आपकी धार्मिक भावनाओं का सम्मान करता है, किन्तु यदि आप देश की संपत्ति को हानि पहुंचाओगे तो आप बाबा राम रहीम की प्रतिष्ठा को और गर्त में डालने का काम कर रहे हो, और हो सकता है कल पूरा देश आपके विरुद्ध हो जाये।
अतः आप इंसां हो तो इंसान जैसा आचरण करो, यदि बाबा के साथ अन्याय हुआ है तो न्याय भी अपने आप मिल जायेगा
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