प्रत्येक वर्ष श्रावणी पूर्णिमा को रक्षा बंधन का पवित्र त्यौहार आता है। इस वर्ष भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक यह पर्व सावन के अंतिम सोमवार अर्थात ७ अगस्त को मनाया जा रहा है। इस वर्ष रक्षाबंधन के दिन चंद्रग्रहण पड़ रहा है। हिंदू धर्म में चंद्र ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है।
रक्षासूत्र बांधने का शुभ मुहूर्त
कहा जाता है कि ग्रहण काल की अवधि में कोई भी शुभ कार्य अथवा भगवान की आराधना नहीं करनी चाहिए।इसलिए इस वर्ष रक्षाबंधन के दिन रक्षासूत्र बांधने के शुभ मुहूर्त का समय भी बहुत कम है। रक्षाबंधन की रात १० बजकर ५२ मिनट पर खंडग्रास चंद्रग्रहण लग रहा है, जो मध्यरात्रि १२ बजकर ४८ मिनट पर समाप्त होगा। जबकि खंडग्रास चंद्रग्रहण का सूतक दोपहर १ बजकर ५२ मिनट से लग जाएगा। सुबह ११ बजे तक भद्रा नक्षत्र होने से ११ बजे या इससे पहले राखी नहीं पहनाई जा सकती। यानि बहनों के पास राखी पहनाने के लिए रक्षाबंधन के दिन सुबह ११ बजे से १ बजकर ५२ मिनट का ही समय है।

राशियों पर प्रभाव
ज्योतिष विद्वानों के अनुसार चन्द्र ग्रहण का प्रभाव प्रत्येक राशि पर पड़ता है। १२ राशियों में से ८ राशियों पर तो सामान्य प्रभाव रहेगा, लेकिन ४ राशियों पर भारी रहेगा।
मेष: मेष राशि के जातको को अत्यधिक हानि उठानी पड़ेगी, आय की कमी रहेगी, कोई भी बड़ी डील या सौदा करने से पहले सावधानी बरतें।
कन्या: कन्या राशि पर रोग और शोक दोनों के काले बादल मंडरा रहे हैं, स्वास्थ्य को लेकर कोई भी रिस्क न उठाएं व ग्रहण के समय वाहन न चलाएं, दुर्घटना हो सकती है। जरूरी काम से जाना पड़े तो पानी वाले नारियल को काले कपड़े में बांधकर सिर से पैर तक नजर उतारे और चलते पानी में बहा दें।
मकर: मकर राशि के जीवन पर चंद्र ग्रहण विपत्ति और आपदा की घटा छोड़ जाएगा, किसी भी तरह की इनवेस्टमेंट हानि के योग बना रही है। ग्रहण के वक्त यात्रा भी न करें।
मीन: मीन राशि वालों को ग्रहण के दौरान वर्कस्टेशन पर बहुत से बदलावों से रू-ब-रू होना पड़ेगा। जिससे की मन अशांत रहेगा। व्याकुलता में किसी से बड़ा झगड़ा भी हो सकता है। व्यापार में बड़ा नुकसान होने की संभावना भी है।
रक्षासूत्र बांधने का शुभ मुहूर्त
कहा जाता है कि ग्रहण काल की अवधि में कोई भी शुभ कार्य अथवा भगवान की आराधना नहीं करनी चाहिए।इसलिए इस वर्ष रक्षाबंधन के दिन रक्षासूत्र बांधने के शुभ मुहूर्त का समय भी बहुत कम है। रक्षाबंधन की रात १० बजकर ५२ मिनट पर खंडग्रास चंद्रग्रहण लग रहा है, जो मध्यरात्रि १२ बजकर ४८ मिनट पर समाप्त होगा। जबकि खंडग्रास चंद्रग्रहण का सूतक दोपहर १ बजकर ५२ मिनट से लग जाएगा। सुबह ११ बजे तक भद्रा नक्षत्र होने से ११ बजे या इससे पहले राखी नहीं पहनाई जा सकती। यानि बहनों के पास राखी पहनाने के लिए रक्षाबंधन के दिन सुबह ११ बजे से १ बजकर ५२ मिनट का ही समय है।

राशियों पर प्रभाव
ज्योतिष विद्वानों के अनुसार चन्द्र ग्रहण का प्रभाव प्रत्येक राशि पर पड़ता है। १२ राशियों में से ८ राशियों पर तो सामान्य प्रभाव रहेगा, लेकिन ४ राशियों पर भारी रहेगा।
मेष: मेष राशि के जातको को अत्यधिक हानि उठानी पड़ेगी, आय की कमी रहेगी, कोई भी बड़ी डील या सौदा करने से पहले सावधानी बरतें।
कन्या: कन्या राशि पर रोग और शोक दोनों के काले बादल मंडरा रहे हैं, स्वास्थ्य को लेकर कोई भी रिस्क न उठाएं व ग्रहण के समय वाहन न चलाएं, दुर्घटना हो सकती है। जरूरी काम से जाना पड़े तो पानी वाले नारियल को काले कपड़े में बांधकर सिर से पैर तक नजर उतारे और चलते पानी में बहा दें।
मकर: मकर राशि के जीवन पर चंद्र ग्रहण विपत्ति और आपदा की घटा छोड़ जाएगा, किसी भी तरह की इनवेस्टमेंट हानि के योग बना रही है। ग्रहण के वक्त यात्रा भी न करें।
मीन: मीन राशि वालों को ग्रहण के दौरान वर्कस्टेशन पर बहुत से बदलावों से रू-ब-रू होना पड़ेगा। जिससे की मन अशांत रहेगा। व्याकुलता में किसी से बड़ा झगड़ा भी हो सकता है। व्यापार में बड़ा नुकसान होने की संभावना भी है।
No comments:
Write comments