शुभ चौघडिय़े में प्रारम्भ किया गया कार्य अवश्य सिद्ध होता है ,जबकि अशुभ चौघडिय़े में प्रारम्भ किये कार्य में बाधाएं आती है।
प्रात: 6 बजे से 7.30 तक शुभ का चौघड़िया
प्रात: 7.30 बजे से 9 बजे तक रोग का चौघड़िया
प्रात: 9 बजे से 10.30 बजे तक उद्वेग का चौघड़िया
प्रात: 10.30 बजे से 12 बजे तक चर का चौघड़िया
दोपहर 12 बजे से 1.30 बजे तक लाभ का चौघड़िया
दोप. 1.30 बजे से 3 बजे तक अमृत का चौघड़िया
दोप. 3 बजे से 4.30 बजे तक काल का चौघड़िया
शाम 4.30 बजे से 6 बजे तक शुभ का चौघड़िया
शाम 6 बजे से 7.30 तक अमृत का चौघड़िया
शाम 7.30 बजे से 9 बजे तक चर का चौघड़िया
रात 9 बजे से 10.30 बजे तक रोग का चौघड़िया
रात 10.30 बजे से 12 बजे तक काल का चौघड़िया
रात 12 बजे से 1.30 बजे तक लाभ का चौघड़िया
रात 1.30 बजे से 3 बजे तक उद्वेग का चौघड़िया
रात 3 बजे से 4.30 बजे तक शुभ का चौघड़िया
रात 4.30 बजे से 6 बजे तक अमृत का चौघड़िया
शुभ चौघडिय़े- अमृत, शुभ, लाभ और चर हैं।
अशुभ चौघडिय़े- उद्वेग, रोग तथा काल हैं।
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